पत्रकारिता के सिद्धांत विधि और समाचार लेखन* (दूसरा भाग)
रिपोर्ट डॉ जैनुल आबेदीन
*पत्रकारिता के सिद्धांत विधि और समाचार लेखन* (दूसरा भाग)
*पत्रकार कौन है?*
वह एक ऐसा व्यक्ति है, जो अपनी व्यक्तिगत रुचि और प्रतिभा पर भरोसा करते हुए, विशेष प्रशिक्षण का एक दौर पूरा करने के बाद, समाचार तैयार करने, एकत्र करने और संपादित करने और जनसंचार माध्यमों (प्रेस, रेडियो, टेलीविजन, समाचार एजेंसी) के माध्यम से दर्शकों तक पहुंचाने के लिए जिम्मेदार होता है।
*पत्रकार व रिपोर्टर के गुण*
1- रिपोर्ट व पत्रकारिता के गुर (अनुभूति): कुछ लोगों का मानना है कि प्रतिभा और रिपोर्ट की अनुभूति जन्मजात होती हैं, उदाहरण के लिए, कोई जो पेंट करता है, लेकिन व्यवहार में यह सिद्ध होता है कि यह जन्मजात नहीं है और तकनीकी है, और अभ्यास और पुनरावृत्ति के आधार पर, प्रतिभा और रिपोर्ट की अनुभूति में वृद्धि होती है।
2- ख़बरों में बने रहना: इसका मतलब है घटना की वर्तमान स्थिति में होना।
3- विशेषज्ञता की आवश्यकता: पत्रकारिता एक विशिष्ट क्षेत्र है और पहले ऐसा नहीं था अब यह विशिष्ट हो गया है उदाहरण के लिए, एक आर्टरिपोर्टर को सिनेमा के सिद्धांत, सिनेमा विचार के विद्यालय की जानकारी होनी चाहिए।
4- लोगों से संपर्क: जब तक पत्रकार लोगों से संपर्क नहीं करता तब तक लोगों की जरूरतों और विचारों को नहीं समझा जा सकता है लोगों की जरूरतों को तब समझ सकता है जब उसका लोगों के साथ संबंध होता है।
5- आत्मीयता स्थापित करना: एक पत्रकार आत्मीयता और मित्रता के बिना समाचार तैयार नहीं कर सकता, इसलिए उसे दूसरे पक्ष का विश्वास हासिल करना चाहिए।
6- समाचार स्रोतों का पता रखना: पत्रकार के पास सभी समाचार स्रोतों का विवरण लिखने के लिए एक विशेष नोटबुक होनी चाहिए ताकि जब आवश्यक हो तो उन्हें एक्सेस किया जा सके।
7- दस्तावेजों की समीक्षा: जिस क्षेत्र में वे काम करते हैं, उस क्षेत्र के प्रत्येक पत्रकार के पास उनके अपने दस्तावेज़ होने चाहिए। उदाहरण के लिए, यदि हम एक वित्तीय रिपोर्टर हैं, तो हमें करों और उस व्यक्ति से संबंधित हर चीज के बारे में सूचित होना चाहिए।
8- जनरल जानकारी का समापन: पत्रकार को अपनी जानकारी इंटरनेट, विभिन्न प्रेस-पुस्तकों के माध्यम से पूरी करनी चाहिए।
9- गति और क्रिया: समाचार कार्य में गति और क्रिया बहुत महत्वपूर्ण होती है, और रिपोर्टर को समाचार को जल्द से जल्द संपादकीय कार्यालय तक पहुंचाना चाहिए।
10- निष्पक्षता का पालन: जो पत्रकार किसी तरह से निष्पक्षता का उल्लंघन करता है, वह भरोसे से वंचित हो जाता है।
11- रिपोर्टर का उचित सामाजिक व्यवहार: रिपोर्टर को एक अच्छी तरह से तैयार होना चाहिए, साफ-सुथरा होना चाहिए और विनम्रता का पालन करना चाहिए।
*डॉ. जैनुल आबेदीन*