इस साल बरगद मैन ने ग्रीन धौलपुर का सपना साकार करने एक ट्रक बरगद पौधे मंगवाए
- रिपोर्ट – रमाकांत ( धौलपुर )
इस साल बरगद मैन ने ग्रीन धौलपुर का सपना साकार करने एक ट्रक बरगद पौधे मंगवाए
धौलपुर 20जून बरगद मैन नरेन्द्र यादव ने धौलपुर शहर से 1600 किलोमीटर दूर कडियापुलंका ईस्ट गोदावरी आंन्ध्र प्रदेश से 18 टन का एक ट्रक जिसमें 1100 बरगद पौधे धौलपुर में लगाने के लिए मंगवाया है निजी खर्च से धौलपुर में इस साल जुलाई अगस्त माह में ट्री गार्ड सहित 1100 बरगद पौधे लगाएंगे जयपुर के रहने वाले धौलपुर में कार्यरत शिक्षक बरगद मैन नरेन्द्र यादव बताया कि
मान्यता के अनुसार, बरगद के पेड़ में भगवान ब्रह्मा जी, श्रीहरि और शिव निवास करते हैं. बरगद के पेड़ों की उम्र सबसे ज्यादा होती है, इसलिए इसे ‘अक्षयवट’ भी कहा जाता है! सड़कों पर आते-जाते अक्सर हम कई पेड़ देखते हैं। ये पेड़ हमें ऑक्सीजन और छांव देते हैं। इन्हीं पेड़ों में से एक है बरगद का पेड़। इसका वैज्ञानिक नाम फाइकस बेंगालेंसिस (Ficus Benghalensis) है। वैसे तो हर पेड़ का अपना एक अलग महत्त्व है, लेकिन यह पेड़ कुछ अलग है। वजह यह है कि यह पेड़ लंबे समय तक टिका रहता है। सूखा और पतझड़ आने पर भी यह हरा-भरा बना रहता है और सदैव बढ़ता रहता है। यही कारण है कि इसे राष्ट्रीय वृक्ष का दर्जा प्राप्त है। धार्मिक तौर पर तो यह पूजनीय है ही, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि अपने औषधीय गुणों के कारण यह कई शारीरिक समस्याओं को दूर करने में भी कारगर साबित होता है। यहीं कारण है कि सालों से इसका इस्तेमाल आयुर्वेदिक दवा में किया जा रहा है। दवा के रूप में इसका इस्तेमाल करने से पहले आयुर्वेदिक डॉक्टर से परामर्श जरूर लें। स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम आपको बरगद के पेड़ के ऐसे ही कई चमत्कारिक गुणों और फायदों के बारे में बता रहे हैं।